97 विद्यालयों के पास नहीं है भवन
बाड़मेर । जिले के 236 विद्यालयों को एक अदद
छत का इंतजार है। इनमें से 97 तो अभी भी झौंपड़े
या किराए के मकान में चल रहे हैं, जबकि 139 की
छत अभी भी अधूरी है।
जिले के सैकड़ों विद्यालयों में अध्ययनरत
विद्यार्थियों को या तो खुले आसमां तले पढऩा पड़
रहा है या फिर कच्चे मकानों में पढऩे को मजबूर
होना पड़ रहा है, क्योंकि यहां अभी भी सरकारी
विद्यालय बनकर तैयार नहीं हुए हैं।
कहीं विद्यालय भवन का काम चल रहा है तो कहीं
अभी तक भवन की स्वीकृति भी नहीं हुई है।
गौरतलब है कि जिले में 139 विद्यालय अभी भी
निर्माणाधीन हैं, जहां विद्यार्थी पढऩे के लिए
बाहर बैठ रहे हैं। दूसरी ओर 97 विद्यालयों में भवन
की स्वीकृति नहीं मिली है।
10 दिन बाद पढ़ाई शुरू26 जून से विद्यालयों में
प्रवेशोत्सव की द्वितीय प्रक्रिया शुरू होगी।
इसके साथ ही नियमित पढ़ाई शुरू हो जाएगी। इन
विद्यालयों में पढऩे वाले विद्यार्थियों को बिना छत
के ही पढ़ाई शुरू करनी होगी।
चल रहा निर्माण जिले के 139 विद्यालयों में भवन
निर्माण चल रहा है। 97 में भवन निर्माण बाकी
है। यहां प्रस्ताव लिए जाएंगे, जिसके बाद निर्माण
कार्य आरम्भ होगा।राजन शर्मा, अतिरिक्त
जिला परियोजना समन्वयक, सर्वशिक्षा
अभियान
निर्माणाधीन स्कूल भवन ब्लॉक---
विद्यालयशिव--- 16 बायतु--- 6बालोतरा---
14सिणधरी--- 21बाड़मेर--- 53धोरीमन्ना---
18चौहटन 11
भवन विहीन विद्यालयब्लॉक--- विद्यालयशिव---
9 बायतु--- 3बालोतरा--- 13सिणधरी---
21बाड़मेर--- 12धोरीमन्ना--- 32चौहटन--- 7
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